Thursday, July 21, 2011

कोई बात नहीं है ....


बातों में अब वो बात नहीं है
दिल की दिल से मुलाकात 'नहीं है

इतना तो बता दे ऐ रूठने वाले ,

क्या मनाने जैसे भी हालात नहीं है

रहेगा क़यामत तक ये सब्र कायम 

मेरे इंतज़ार से लम्बी ये रात नहीं है

परिंदों से पूछो तो जान जाओ शायद 

मस्त हवाओं की कोई ज़ात नहीं है

खामोशी का मतलब ये तो नहीं हैं 

सन्नाटों के कोई जज़्बात नहीं है
 
न दे पाओगे मधुकर इन नज़रों को धोखा  
नम आँखों से कहते हो,कोई बात नहीं है ...

नरेश मधुकर 
copyright 2011

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