Friday, January 6, 2012

वक़्त बहुत कम है ...

वक़्त बहुत कम है 
आओ जी लें 

हंस बोल ले..

संजो ले ये पल..

जब हम साथ हैं 
हाथों में हाथ है
कोई और नहीं चाहिए
जो मेरा है मेरे पास है
जाने कब इन पलों को नींद आ जाये
और ये गुज़रा कल बन जाये 

धो ले अंतर्मन 
सवार ले जीवन
इसी को बांधे पाश में
यही हमारा मधुबन

प्रेम निश्चल पानी है
लहरों की रवानी है
युगों तक याद रखोगे 
वो भूली कहानी है

कहानी को कह ले सुन ले 
आओ जी ले
वक़्त बहुत कम है
आओ जी ले ...


नरेश''मधुकर''

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