बिरह है कैसी , बीती उमरिया
यादों की बारिश में ,भीगी चुनरिया
किसी का मुझको , होने न दिया
मुफलिसी तेरा , बड़ा शुक्रिया
मेरे बाद मुझको , ढूँढेगी दुनिया
ऐसी कर यारा , तू भी इक दुआ
जो मैंने न कहा , वो तुमने सुना
इसीलिए तुझको , मैंने हमदम चुना
पथरीली रातों में ,सपना बुना
बड़ा दिल से मैंने, काम लिया ...
जय श्री कृष्ण
नरेश मधुकर
2013
यादों की बारिश में ,भीगी चुनरिया
किसी का मुझको , होने न दिया
मुफलिसी तेरा , बड़ा शुक्रिया
मेरे बाद मुझको , ढूँढेगी दुनिया
ऐसी कर यारा , तू भी इक दुआ
जो मैंने न कहा , वो तुमने सुना
इसीलिए तुझको , मैंने हमदम चुना
पथरीली रातों में ,सपना बुना
बड़ा दिल से मैंने, काम लिया ...
जय श्री कृष्ण
नरेश मधुकर
2013
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