Thursday, January 3, 2013

आखिर वो दिन

आखिर वो दिन 
जिस से बहुत डर लगता था ... 
वो कब आया 
और आ कर चला गया 
कुछ पता ही न चला 
देखो ....
देखो इश्वर कितना दयालु है 
उसे सच्चे मन का कितना ख़याल है ...
दुःख आया 
और दुःख चला गया
बिना दुःख दिए
बस दे गया
कुछ यादें
कुछ कड़वी
कुछ सुहानी
कुछ किस्से
कोई कहानी
बस अब हल्का सा
कोहरा बाकी है
जिसमे आज भी
वो भोली भली सूरत
कितनी साफ़ दिखाई देती है
इश्वर उसे खुश रखे ...

जय श्री कृष्णा ...

नरेश मधुकर copyright 2012

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